Tag: Rebel

Harish Bhadani

ओ मेरे सब अपनो तुमसे

ओ मेरे सब अपनो तुमसे मुझे बग़ावत करनी होगी! अब तक जी ली गई उमर को मैंने तीखी धूप खिलायी, सूरज की सौगंध मुझे है मैंने भर-भर प्यास पिलायी, अब...
Free and confident woman

जहाँ ढेर सारा अँधेरा था

जहाँ ढेर सारा अँधेरा था वहीं से मैंने रोशनी की शुरुआत की जहाँ अस्तित्व में आना गुनाह था वहीं से मैंने रोज़ जन्म लिया जहाँ रोने तक की आज़ादी नहीं थी वहाँ...
Couple, Rebel, Sensual, Love, Two hands, Red

प्रेम में

'Prem Mein', a poem by Vikrant Mishra प्रेम में होते हुए मैं और तुम, एक आयत के भीतर उसकी चारों भुजाओं को छूता एक वृत्त खींचने की कोशिश करते...
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