Tag: Religion in Politics
विस्थापित ईश्वर
जो घटना समझ नहीं आयी, उसे हमने ईश्वर माना
और उनसे ईश्वर रचे जो समझ के अधीन हुईं।
उसने वर्षा, हवा, पेड़ों में शक्ल पायी,
और सीधे सम्बन्ध...
अम्बिकेश कुमार की कविताएँ
Poems: Ambikesh Kumar
विकल्प
उसने खाना माँगा
उसे थमा दिया गया मानवविकास सूचकाँक
उसने छत माँगी हज़ारों चुप्पियों के बाद
उसे दिया गया एक पूरा लम्बा भाषण
उसने वस्त्र माँगा मेहनताना
उसे...
सभ्यता के वस्त्र चिथड़े हो गए हैं
कुछ अंह का गान गाते रह गए।
कुछ सहमते औ' लजाते रह गए।
सभ्यता के वस्त्र चिथड़े हो गए हैं,
हम प्रतीकों को बचाते रह गए।
वेद मंत्रों...