Tag: Saqib Lakhnavi

कहाँ तक जफ़ा हुस्न वालों की सहते

कहाँ तक जफ़ा हुस्न वालों की सहते जवानी जो रहती तो फिर हम न रहते लहू था तमन्ना का आँसू नहीं थे बहाए न जाते तो हरगिज़...
कॉपी नहीं, शेयर करें! ;)