Tag: Savita Singh

Khoyi Cheezon Ka Shok - Savita Singh

‘खोई चीज़ों का शोक’ से कविताएँ

सविता सिंह का नया कविता संग्रह 'खोई चीज़ों का शोक' सघन भावनात्मक आवेश से युक्त कविताओं की एक शृंखला है जो अत्यन्त निजी होते...
Naked Lady, Crouching Nude, Woman, Abstract

सच्ची कविता के लिए

वह जो अपने ही माँस की टोकरी सिर पर उठाए जा रही है और वह जो पिटने के बाद ही खुल पाती है अन्धकार की तरफ़ एक दरवाज़े-सी जैसे...
Women sitting

बैठी हैं औरतें विलाप में

बैठी हैं एक साथ गठरी बन बिसूरतीं रोतीं, विलाप करतीं स्त्रियाँ करतीं शापित पूरे इतिहास को जिसमें उनके लिए अंधकार का मरुस्थल बिछा है बैठी हैं याद करतीं अपनी महान परम्परा को जिसमें थी...
Giving Flower, Love, Joy, Happiness, Flower

सुन्दर बातें

जब हम मिले थे वह समय भी अजीब था शहर में दंगा था कोई कहीं आ-जा नहीं सकता था एक-दूसरे को वर्षों से जानने वाले लोग एक-दूसरे को अब...
Woman, Window, Bus, Train

मैं किसकी औरत हूँ

मैं किसकी औरत हूँ कौन है मेरा परमेश्‍वर किसके पाँव दबाती हूँ किसका दिया खाती हूँ किसकी मार सहती हूँ ऐसे ही थे सवाल उसके बैठी थी जो मेरे सामने वाली...
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