Tag: Shakunt Mathur
अपना ये सहज रंग
मैंने कई बार सोचा है
ख़्वाहिशों की तरह पल-पल
बढ़ा जा सकता है
और बलों की तरह
उतनी ही आसानी से काटा भी
जा सकता है
जिसे मैं पहचानती हूँ
पहले...
चुनौती
दुनिया तेरी भी है
स्पेस, चाँद, सितारे बड़े-बड़े
सूरज, आकाशगंगाएँ
माना बहुत बड़ी हैं
माना बहुत बढ़िया हैं
किन्तु मैंने भी तो
ढेला फेंका है पानी में
कुछ समय जल को...