Tag: Shalini Upadhyay
आने वाले दिन
आने वाले दिनों में
मौसमों के बदलने से पहले
नज़रें बदल जायेंगी
क्योंकि हृदय से भावनाओं का सूखना
निरंतर चलता रहेगा
आने वाले दिनों में इंसान की लाशों पे
बसाया जायेगा...
बूढ़ा दरख़्त
घर में एक बूढ़ा दरख़्त!
जिसकी दरखास्त अब किसी को नहीं।
जिसकी छाया में पूरा घर फला फूला
पर अब उसकी ज़रूरत किसी को नहीं
वो लड़का जिसे...
तुम मेरे नहीं थे
मैं आती भी भला कैसे, जब तुमने कभी पुकारा ही नहीं।
साथ निभाती भी मैं किसका, जब तुमसे कोई सहारा नहीं।
तुम अपनी मशरूफियों में मशरूफ...