Tag: Shivangi
डिस्फ़ोरिया
हम पृथ्वी की शुरुआत से स्त्री हैं
सरकारें बदलती रहीं
तख़्त पलटते रहे
हम स्त्री रहे
विचारक आए
विचारक गए
हम स्त्री रहे
सैंकड़ों सावन आए
अपने साथ हर दूषित चीज़ बहा...
छत और लड़कियाँ
छत पर खड़ी लड़की
देख रही है अनगिनत घर
जो उसके घर से रंग-ढंग में भिन्न होकर भी
बिलकुल एक-से हैं।
उन सारे घरों में
उसकी ही तरह
कई लड़कियाँ...
उसके शब्दकोश से मैं ग़ायब हूँ
मेरी भाषा मेरी माँ की तरह ही
मुझसे अनजान है
वह मेरा नाम नहीं जानती
उसके शब्दकोश से मैं ग़ायब हूँ
मेरे नाम के अभाव से,
परेशान
वह बिलकुल माँ...