Tag: short love tale
प्रेम, प्रेम, प्रेम
"प्रेम, प्रेम, प्रेम।"
"क्या हुआ है तुम्हें, तबियत सही है ना?"
"हाँ, तबियत को क्या हुआ?! बस तीन बार कुछ बोलने का मन हुआ। आज तो...
चित्रलेखा
"जब भी मैं अलगाव की कोई भी बात पढ़ती हूँ तो उद्विग्न हो जाती हूँ। उस व्यक्ति से घृणा होने लगती है जिसने अलग होने की भूमि तैयार की है जबकि ऐसा आवश्यक नहीं कि वह गलत हो।"