Tag: Statue

Sara Shagufta

साए की ख़ामोशी

साए की ख़ामोशी सिर्फ़ ज़मीन सहती है खोखला पेड़ नहीं या खोखली हँसी नहीं और फिर अंजान अपनी अनजानी हँसी में हँसा क़हक़हे का पत्थर संग-रेज़ों में...
Vrindavan Lal Verma

खजुराहो की दो मूर्तियाँ

खजुराहो के एक श्रमिक ने सोचा कि इन 'अश्लील' मूर्तियों के साथ कुछ जर्जर और अस्थि-पंजर नर-नारियों की मूर्तियाँ भी इनके पास रखी जाएँ जिससे लोगों को याद रहे कि यह सुडौल अवस्था भी एक दिन बूढ़ी हो जाएगी और उसने ऐसा किया भी.. लेकिन उसके बाद? पढ़िए इस कहानी में!
कॉपी नहीं, शेयर करें! ;)