Tag: Story on empowering Sex Workers

Chitra Mudgal

नतीजा

"बेवकूफ बच्चियाँ नहीं जानतीं कि उनका फेल होना मात्र उनका फेल होना भर नहीं है, उनका फेल होना... उनके मोरचे का ढहना है... वे स्वयं को कहीं रोप नहीं पाएँगी तो अँकुआएँगी कैसे...?" किसी इंसान को एक बुरे परिवेश या बुरी जगह से निकालकर उसके जीवन को सामान्यधारा में लाने की कोशिश करने के कदम तो उठ जाते हैं, लेकिन यदि उस इंसान में ही इच्छाशक्ति न हो तो वे कदम लड़खड़ा भी जल्दी ही जाते हैं.. समाज के लिए कार्य करने वालों में कितने धैर्य और आत्मबल की ज़रूरत होती है, यह कहानी बखूबी बताती है.. ज़रूर पढ़िए!
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