Tag: Together
वह मेरे बिना साथ है
वह उदासी में
अपनी उदासी छिपाए है
फ़ासला सर झुकाए मेरे और उसके बीच
चल रहा है
उसका चेहरा
ऐंठी हुई हँसी के जड़वत् आकार में
दरका है
उसकी आँखें बाहर...
अलग-साथ समय
उसका समय
मेरे समय से अलग है—
जैसे उसका बचपन, उसकी गुड़ियाँ-चिड़ियाँ
यौवन आने की उसकी पहली सलज्ज पहचान अलग है।
उसकी आयु
उसके एकान्त में उसका प्रस्फुटन,
उसकी इच्छाओं...
अकेले कण्ठ की पुकार
गीत जो मैंने रचे हैं
वे सुनाने को बचे हैं।
क्योंकि—
नूतन ज़िन्दगी लाने,
नयी दुनिया बसाने के लिए
मेरा अकेला कण्ठ-स्वर काफ़ी नहीं है
—इस तरह का भाव मुझको...
आओ, चलें हम
आओ, चलें हम
साथ दो क़दम
हमक़दम हों
दो ही क़दम चाहे
दुनिया की क़दमताल से छिटक
हाथ कहाँ लगते हैं मित्रों के हाथ
घड़ी-दो घड़ी को
घड़ीदार हाथ—जिनकी कलाई की...
चाँदनी रात में नौका विहार
चाँदनी बिखेरती रात जगमगा रही
और हमें संग लिए नाव चली जा रही
आसमान के तले, याद के दिए जले
छपक छपक धार पर नाव शान से...