Tag: Unconditional Love
बेवजह प्यार के सिवा बाक़ी सब
'Bewajah Pyar Ke Siwa Baqi Sab', a poem by Rag Ranjan
हमने बच्चों को सिखाया ककहरा
उन्हें गिनती सिखायी, सिखाया हिसाब
दी हाथों में अच्छी बातों की हर...
भविष्य के गर्भ में
"चार्ल्स को अब लुइजा की स्थिति का पता चला। वह सन्न रह गया। हृदय के आवेश में वह सोच रहा था यदि लुइजा आकाश के तारे माँगेगी तो वह आसमान में छेद कर उसको लाने की चेष्टा करेगा; यदि वह अपने पिता की समाधि पर बड़ी इमारत बनाना चाहेगी तो मैं बात की बात में गगनचुम्बी अट्टालिका बनवा दूँगा। परन्तु सर्प ने अपनी ही मणि की भिक्षा की कल्पना भी नहीं की थी। जीव ने कभी सोचा भी नहीं था कि कोई उसी से उसके प्राणों की भीख चाहेगा।"
बंधनमुक्त प्रेम
उसे पसन्द थीं आलीशान कोठियाँ
सज्जा के सब सामान
और बंधनमुक्त प्रेम।
मैंने तानाशाह बनकर लूट लिए
कुछ मुफ़लिसों के घर
और बनवा दी एक बड़ी सी कोठी
जिसमें
सजा दी...
मैं तब भी तुम्हारे साथ रहूँगा
वो जहाँ पर मेरी नज़र ठहरी हुई है
वहाँ ग़ौर से देखो तुम
तुम भी वहाँ हो मेरे साथ।
मेरे दायें हाथ की उंगलियों में
उलझी हुई हैं...