Tag: Yaadein

Rose, Love, Flower

स्मृतियों की धूप

'Smritiyon Ki Dhoop', a poem by Mridula Singh ऑटो के पीछे हिलते हुए पोस्टर की तरह तुम्हारा प्रेम समय की दहलीज़ पर डगमगाता-सा है तुम्हें पता है कि इससे विलग करती...
कॉपी नहीं, शेयर करें! ;)