अचानक हुई बरसात के कारण
एक क्रिकेट के मैदान में
उदासी पसर गई
हजारों की तादाद में
कुर्सियों पर बैठे दर्शक मुर्दे हो गए
जो बारिश के ठीक पहले ज़िंदा थे।

गेंहू के खेतों में मुस्कान दौड़ गई
सबसे कमज़ोर किसानों की
पसलियों में खून बहने लगा
गर्म मेड़ पर बेसुध पड़े किसान
सौंधी महक सूँघकर ज़िंदा हो गए
जो बारिश के ठीक पहले मर गए थे।

स्टेडियम से लौटकर मरे हुए दर्शक
उसी गेंहू की रोटी खाकर ज़िंदा हो जाएंगे
जो इस बरसात में पक गया,
किसान पके गेहूं को बेचकर
टेलीविजन लाएंगे,
फिर मरे हुये दर्शक, जिये हुए किसान
भविष्य में किसी रोमांचक मैच का मजा लेंगे।

– देवेन्द्र 15|06|2019