वे आपके बारे में बहुत ज़्यादा जानते हैं (किताब अंश: अनसोशल...
'अनसोशल नेटवर्क' किताब भारत के विशिष्ट सन्दर्भों में सोशल मीडिया का सम्यक् आकलन प्रस्तुत करती है। जनसंचार का नया माध्यम होने के बावजूद, सोशल...
किताब अंश: ‘जीते जी इलाहाबाद’
'जीते जी इलाहाबाद' ममता कालिया की एक संस्मरणात्मक कृति है, जिसमें हमें अनेक उन लोगों के शब्दचित्र मिलते हैं जिनके बिना आधुनिक हिन्दी साहित्य...
यदि आप महिला हैं, और लिखती हैं, तो दो बातें होंगी
'आलोचना का स्त्री पक्ष' सुजाता को अस्मिता-विमर्श की संश्लिष्ट धारा की प्रतिनिधि के रूप में सामने लाती है। वह गहन शोध द्वारा इतिहास के...
किताब अंश: ‘परियों के बीच’ – रूथ वनिता
रूथ वनिता का उपन्यास 'परियों के बीच' एक ऐसे कोमल अहसास और रिश्ते का संसार हमारे सामने उजागर करता है जिसका वजूद हमेशा से...
किताब अंश: ‘मैकल पहाड़ों के बाघ’
टाइगर स्टेट या मध्य प्रदेश का काफ़ी बड़ा हिस्सा बड़े-बड़े पहाड़ों और जंगलों से घिरा है। उन जंगलों में अलग-अलग प्रकार के जीव-जंतु तो...
गुलज़ार के उपन्यास ‘दो लोग’ से किताब अंश
गुलज़ार का उपन्यास 'दो लोग' विभाजन की त्रासदी के बारे में है—त्रासदी भी ऐसी कि इधर आज़ादी की बेला आने को है, और उधर...
यह किताब क्या है, क्यों है? (किताब अंश: ‘आइडिया से परदे...
रामकुमार सिंह और सत्यांशु सिंह की यह किताब 'आइडिया से परदे तक' सिनेमा के एक सहयोगी पेशेवर के रूप में फ़िल्म-लेखक के काम-काज का...
एदुआर्दो गालेआनो की चुनी हुई रचनाएँ (‘आग की यादें’ से)
किताब: 'आग की यादें'
प्रकाशक: गार्गी प्रकाशन
सम्पादक: रेयाज़ुल हक़
अनुवाद : पी. कुमार मंगलमचयन एवं प्रस्तुति : आमिर
साइकिल
साइकिलों ने दुनिया में औरतों को आज़ाद करने में...
किताब अंश: ‘कलम का सिपाही’ (प्रेमचंद की जीवनी) – अमृतराय
'कलम का सिपाही' प्रेमचन्द की पहली मुकम्मल जीवनी है जो जीवनी साहित्य में क्लासिक का दर्जा पा चुकी है। अमृतराय की लिखी इस किताब...
किताब अंश: ‘जया गंगा’ – विजय सिंह
प्रख्यात लेखक, फ़िल्मकार और पटकथा लेखक विजय सिंह का बहुप्रशंसित उपन्यास 'जया गंगा' राजकमल प्रकाशन से हिन्दी में प्रकाशित हुआ है। अंग्रेज़ी और फ़्रेंच...
किताब अंश: ‘साधारण लोग, असाधारण शिक्षक’ – एस. गिरिधर
सरकारी स्कूल असल मायने में 'पब्लिक स्कूल' हैं। ये हर व्यक्ति के और हर जगह काम आते हैं—इसमें सबसे पिछड़े इलाक़ों के सबसे ज़्यादा...
पिटाई विमर्श में शान्तिदूत : ‘स्वाँग’ से किताब अंश
'स्वाँग' ज्ञान चतुर्वेदी का नया उपन्यास है, एक गाँव के बहाने समूचे भारतीय समाज के विडम्बनापूर्ण बदलाव की कथा इस उपन्यास में दिलचस्प ढंग...