चार्ल्स डिकेंस के हिन्दी में उद्धरण | Charles Dickens Quotes in Hindi

अनुवाद: पुनीत कुसुम

 

“जुदा होने का दर्द, दोबारा मिलने की ख़ुशी के आगे कुछ नहीं है।”

 

“अगर बुरे लोग नहीं होते तो अच्छे वकील नहीं होते।”

 

“हम जीवन में जो ज़ंजीरें पहनते हैं, उन्हें हम ही गढ़ते हैं।”

 

“जीवन के आपातकालीन समय में निरे सत्य के जितना सशक्त और सुरक्षित कुछ नहीं होता।”

 

“एक प्रेममय हृदय ही असली बुद्धिमत्ता है।”

 

“एक हृदय रखो जो कभी कठोर नहीं होता, एक स्वभाव जो कभी ऊबता नहीं, और एक स्पर्श जो कभी चोट नहीं पहुँचाता।”

 

“एक समझ दिमाग़ की होती है.. और फिर एक समझ दिल की होती है।”

 

“एक बिल्ली के प्रेम से अधिक बड़ा उपहार और क्या है!”

 

“हमें अपने आँसुओं के लिए कभी लज्जित होने की ज़रूरत नहीं।”

 

“दुनिया में हास्य और स्वस्थ परिहास जितना संक्रामक और कुछ नहीं होता।”

 

“टालमटोल की आदत समय की चोर है, उसे गरेबाँ से पकड़ लो।”

 

“मुझे उम्मीद है कि सच्चा प्यार और सच आख़िरकार, इस दुनिया में किसी भी बुराई और दुर्भाग्य से ज़्यादा शक्तिशाली हो।”

 

“कोई सवाल मत पूछो, फिर तुमसे कभी कोई झूठ नहीं कहा जाएगा।”

 

यह भी पढ़ें: रॉबर्तो बोलान्यो के उद्धरण

Book by Charles Dickens:

चार्ल्स डिकेंस
चार्ल्स डिकेंस (७ फ़रवरी १८१२ – ९ जून १८७०), विक्टोरियन युग के सबसे लोकप्रिय अंग्रेजी उपन्यासकार थे, साथ ही एक सशक्त सामाजिक आंदोलन के सदस्य भी थे। चार्ल्स के लगभग दर्जन भर प्रमुख उपन्यास, लघु कथाओं की एक बड़ी संख्या, अनेकों नाटक और कई गैर कल्पना किताबें आज भी सबसे अधिक लोकप्रिय हैं। अपने साहित्य से उन्होंने समकालीन अंग्रेजी समाज का मनोरंजन ही नहीं किया, वरन् उसे दिशा भी दी।