खलील जिब्रान के उद्धरण | Quotes in Hindi by Kahlil Gibran

 

“प्रेम दो प्रेमियों के बीच में एक पर्दा है।”

 

“दानशीलता यह नहीं है कि तुम मुझे वह वस्तु दे दो, जिसकी मुझे आवश्यकता तुमसे अधिक है, बल्कि यह है कि तुम मुझे वह वस्तु दो, जिसकी आवश्यकता तुम्हें मुझसे अधिक है।”

 

“दानशीलता यह है कि अपनी सामर्थ्य से अधिक दो और स्वाभिमान यह है कि अपनी आवश्यकता से कम लो।”

 

“संसार में केवल दो तत्व हैं—एक सौंदर्य और दूसरा सत्य। सौंदर्य प्रेम करने वालों के हृदय में है और सत्य किसान की भुजाओं में।”

 

“इच्छा आधा जीवन है और उदासीनता आधी मौत।”

 

“पेड़ आसमान में धरती द्वारा लिखी हुई कविता हैं। हम उन्हें काटकर काग़ज़ में तब्दील करते हैं और अपने ख़ालीपन को उस पर दर्ज करते हैं।”

 

“उदासी और कुछ नहीं, दो बाग़ों के बीच खड़ी एक दीवार है।”

 

“सच्चा महापुरुष वह आदमी है जो न दूसरे को अपने अधीन रखता है और न स्वयं दूसरों के अधीन होता है।”

 

“यदि तुम जाति, देश और व्यक्तिगत पक्षपातों से ज़रा ऊँचे उठ जाओ तो निःसंदेह तुम देवता के समान बन जाओगे।”

 

“कुछ सुखों की इच्छा ही मेरे दुःखों का अंश है।”

 

“यदि तुम्हारे हाथ रुपए से भरे हुए हैं तो फिर वे परमात्मा की वंदना के लिए कैसे उठ सकते हैं।”

 

“मित्रता सदा एक मधुर उत्तरदायित्व है, न कि स्वार्थपूर्ति का अवसर।”

 

“मंदिर के द्वार पर हम सभी भिखारी ही हैं।”

 

“यदि अतिथि नहीं होते तो सारे घर क़ब्र बन जाते।”

 

“यदि तुम्हारे हृदय में ईर्ष्या, घृणा का ज्वालामुखी धधक रहा है, तो तुम अपने हाथों में फूलों के खिलने की आशा कैसे कर सकते हो?”

जॉन कीट्स की कुछ पंक्तियाँ

Book by Kahlil Gibran:

खलील जिब्रान
खलील जिब्रान (6 जनवरी, 1883 – 10 जनवरी, 1931) एक लेबनानी-अमेरिकी कलाकार, कवि तथा न्यूयॉर्क पेन लीग के लेखक थे। उन्हें अपने चिंतन के कारण समकालीन पादरियों और अधिकारी वर्ग का कोपभाजन होना पड़ा और जाति से बहिष्कृत करके देश निकाला तक दे दिया गया था। आधुनिक अरबी साहित्य में जिब्रान खलील 'जिब्रान' के नाम से प्रसिद्ध हैं, किंतु अंग्रेजी में वह अपना नाम खलील ज्व्रान लिखते थे और इसी नाम से वे अधिक प्रसिद्ध भी हुए।