‘Mard Honi Chahiye’
a ghazal by Anwar Masood

मर्द होनी चाहिए, ख़ातून होना चाहिए
अब ग्रामर का यही क़ानून होना चाहिए

रात को बच्चे पढ़ाई की अज़िय्यत से बचे
इन को टीवी का बहुत मम्नून होना चाहिए

दोस्तो इंग्लिश ज़रूरी है हमारे वास्ते
फ़ेल होने को भी इक मज़मून होना चाहिए

नर्सरी का दाख़िला भी सरसरी मत जानिए
आप के बच्चे को अफ़लातून होना चाहिए

सिर्फ़ मेहनत क्या है ‘अनवर’ कामयाबी के लिए
कोई ऊपर से भी टेलीफ़ोन होना चाहिए

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अनवर मसूद
अनवर मसूद एक विख्यात पाकिस्तानी कवि हैं जो अधिकतर व्यंग्य कविता (मज़ाहिया शायरी) लिखतें हैं, हालांकि उनकी और भी विषयों पर रचनायें हैं। वे पंजाबी, उर्दू और फ़ारसी भाषाओं में लिखते हैं।

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