विवरण: मीडिया, जिसे लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कहा जाता है, एक धंधे में बदल चुका है- ‘चौथा धंधा’। धंधा शब्द देह व्यापार के लिए भी प्रयोग में आता है।
अलीशा, नगर के रेड लाइट एरिया की एक सेक्स वर्कर जब पत्रकार शैलेश से कहती है- “तुम हमसे भी बड़े धोखेबाज़ हो!” और जब पत्रकार अपनी दुनिया के सारे रूप बाहर लाने का फैसला करता है तो किस्सों की एक शृंखला बन जाती है, और वे किस्से केवल मीडिया की गंदगी को ही उजागर नहीं करते, बल्कि लोकतंत्र के बाकी तीन स्तंभों – व्यवस्था, प्रबंध, और कानून – की गंदगी भी दिखाते हैं।
- Paperback: 184 pages
- Publisher: Notion Press; 1 edition (2018)
- Language: Hindi
- ISBN-10: 1642496693
- ISBN-13: 978-1642496697
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