अनुवाद: पंखुरी सिन्हा

आंधी के बाद सेंट फ़ेगंस जाने की राह में

एम 4 पर हमारी गाड़ी
दौड़ गई वेल्स के बीचों-बीच
सेंट फ़ेगंस की ओर
आंधी के बाद की तेज़ बरसात में!

मैंने ख़बरों में सुना
‘मारा गया एक जवान आदमी
भू स्खलन में, कारमारथेनशायर में!’

पहुँच गए हम ऊपर
और मैं सोच रहा हूँ
स्कान्सेन, स्टॉकहोम के बारे में!
पर्यटन गाइड ने पुष्टि की है
मेरे संदेहों की
और उसके बाद उन्होनें
सुना है मेरा स्वीडिश अंदाज़!

बच्चे खेल रहे हैं ऐतिहासिक
इमारतों के इर्द-गिर्द
माँ-पिता और आंटी एथल
कोस रहे हैं सेंट फ़ेगंस पर
गिरने वाली बारिश को!

देवदूतों से भरा हुआ है
स्वीडनबोर्ग का झरोखा
उनमें से कुछ उड़ आए हैं
वेल्स, रोपने के लिए एक बीज यहाँ!

एक गँवई पावर स्टेशन में चारागाहों वाली मोन्ड्रियन ग्राफ़िटी

शहरी
गडरियों से जुड़ती
ग्राफ़िटी

मोन्ड्रियन
भू भाग का ज़मीनी
पावर स्टेशन

खड़कती है क्रोसा ट्रेन

कुछ अमूर्त
अनेकों अदाओं
भंगिमाओं वाला
दिखता है क्षितिज पर!

ट्रॉली के साथ के बूढ़े

एक ट्रोली के साथ बूढ़े लोग
सप्ताह-भर की शॉपिंग
ट्रोली के साथ के बूढ़े लोग
जिन्होंने पहन रखी है
सर पर, एक चिपटी-सी टोपी!
दिखते हुए थोड़े अनमने!
कुछ दिगभ्रमित! डिनर के
आसपास भटकते हुए
ट्रोली के साथ के भटकते बूढ़े
कभी दुख से दिखते हुए
किन चीज़ों के बारे में सोचते हैं वे?
ट्रॉली के साथ विचरते बूढ़े
चलते दृढ़ प्रतिज्ञ, किये सम्पूर्ण
ध्यान केंद्रित! जैसे चला रहे हों
हाई वे एम-4 पर गाड़ी!

ट्रॉली के साथ के बूढ़े
चाहते हैं बियर और कुरकुरी चीज़ें
लेकिन सोच रहे कहीं न कहीं
मृत्यु के बारे में, उदासीन
लगभग हर बात से
बस लटके हुए एक ट्रोली से!
जीत लेने को तैयार
जैसे सारा सुपर बाज़ार!
ट्रॉली के साथ चलते बूढ़े
थक गए हैं अपने पैरों से
चिंता में डूबे
कि कहाँ गई आख़िर ज़िन्दगी
ट्रॉली के साथ के बूढ़ों के
इर्द-गिर्द हैं स्त्रियाँ
किसी सैटेलाइट की तरह
घूमती हुईं!

* * *

टॉम फ़िलिप्स की कविताएँ यहाँ पढ़ें
पोषम पा
सहज हिन्दी, नहीं महज़ हिन्दी...