उपन्यास भविष्य की गोद में लेटा है
कहानी अतीत के साथ चली गई
वर्तमान को अपनी कविता की तलाश है
पीछे छूटा प्रेम चेहरे बदल-बदलकर सामने आता है
उसे मेरी तलाश है
वो मुझे अपने ‘वही’ होने का विश्वास दिलाता रहता है
आँखो से यादों की ख़ुशियाँ रिसती हैं
आँसु आँखों के प्रेमगीत का आलाप हैं
जब भी कोई चेहरा हृदय होने लगता है
अतीत प्रकाशित करता है किसी दिलचस्प कहानी का स्याह पन्ना
ओस की बूँद सूरज से डरकर भाप होती है
कविता किसी पेड़ की छाँह बनती है
छाँह की शीतलता किसी हृदय की प्रार्थनाओं का असर है
अतीत वर्तमान में कहानीनुमा दख़ल देता है
वर्तमान भविष्य से कविता का पता पूछता है
कविता भविष्य से प्रेम करती है
जिसकी गोद में लेटा है कोई उपन्यास
प्रेमगीत का आलाप जारी है।