Tag: Basic Nature
मूल
अमावस-सी अंधियारी रात्रियों में
टॉर्च की चुभती तीखी रोशनी में
पत्थर की चोट सहता
पत्थर जैसा ही आ गिरता है धरा पर
वो मूक स्तब्ध अमराई का आम,
बाट...
चंदन गंध
चंदन है तो महकेगा ही
आग में हो या आँचल में
छिप न सकेगा रंग प्यार का
चाहे लाख छिपाओ तुम,
कहने वाले सब कह देंगे
कितना ही भरमाओ...