Tag: Domestic Abuse
स्त्रियों के हिस्से का सुख
जब कि बरसों बाद
स्त्रियों के हिस्से आया है
पुरुषों के संग रहने का सुख
तो फिर आँकड़े क्यूँ कह रहे हैं
कि स्त्रियाँ सबसे अधिक उदास इन दिनों...
सभ्य था वो
वो बड़ा सभ्य था,
कभी लुगाई पर हाथ न उठाता,
बस उसके मुँह पर थूक देता था।वो भी बड़ी संस्कारी,
कभी चूँ तक न की,
बस सधे हाथ...
त्रियाचरित्र
'Triyacharitra', a poem by Ruchiकुछ औरतें भोली होती हैं,
काले-नीले निशानों को छिपाते, होंठों पर हँसी चिपकाते,
सुखद दाम्पत्य से अघायी रहती हैं।पर कुछ बड़ी चंट होती...