Tag: Injustice

Rahul Sankrityayan

तुम्हारे सदाचार की क्षय

व्यभिचार सद्-आचार अर्थात श्रेष्ठ पुरुषों का आचार। श्रेष्ठ किसे कहते हैं? क्या श्रेष्ठ की कोटि में उस ग़रीब की गिनती हो सकती है जो ईमानदारी...
Saadat Hasan Manto

साढ़े तीन आने

"मैंने क़त्ल क्यों किया। एक इंसान के ख़ून में अपने हाथ क्यों रंगे, यह एक लम्बी दास्तान है। जब तक मैं उसके तमाम अवाक़िब...
Vishnu Khare

आज भी

आज भी होंगे करोड़ों पर अन्याय अत्याचार होंगे लाखों पर इस शाम भी असंख्य सोएँगे भूखे या आधे पेट हज़ारों-हज़ार रहेंगे बेआसरा-बेसहारा औरतें गुज़रेंगी हर सम्भव-असम्भव अपमान से बच्चे...
Leopold Staff

लियोपोल्ड स्टाफ की कविताएँ

Poems by Leopold Staff, a Polish poet अनुवाद: आदर्श भूषण क्या तुम? तुम मुझे बुलबुल, गुलाबों और चाँद की प्रशंसा करने से मना करते हो, ये शायद लगते हों...
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