Tag: Kahlil Gibran Short Story in Hindi
औरत और मर्द
अनुवाद: बलराम अग्रवालएक बार मैंने एक औरत का चेहरा देखा। उसमें मुझे उसकी समस्त अजन्मी सन्तानें दिखाई दीं।और एक औरत ने मेरे चेहरे को...
घुमक्कड़
वह मुझे चौराहे पर मिला। एक व्यक्ति जिसके पास केवल एक लबादा और एक छड़ी थी, और जिसके चेहरे पर दर्द का एक आवरण...
ताकत और रोमांच
'ताकत और रोमांच' - खलील जिब्रान
(अनुवाद: बलराम अग्रवाल)अगर कविता लिखने की ताकत और अनलिखी कविता के रोमांच के बीच किसी एक को चुनने...
चतुर कुत्ता
अनुवाद: बलराम अग्रवालएक चतुर कुत्ता एक दिन बिल्लियों के एक झुण्ड के पास से गुज़रा।कुछ और निकट जाने पर उसने देखा कि वे कोई...
कविता
"जितना बोल चुका हूँ उससे ज्यादा कविता मेरे हृदय में हैं और जितना लिख चुका हूँ उससे कहीं ज्यादा मेरे खयालों में है..."