Tag: Metered Poetry
अधिनायक वंदना
जन गण मन अधिनायक जय हे!
जय हे हरित क्रान्ति निर्माता
जय गेहूँ हथियार प्रदाता
जय हे भारत भाग्य विधाता
अंग्रेज़ी के गायक जय हे!
जन गण मन अधिनायक जय...
कोयल
देखो कोयल काली है पर
मीठी है इसकी बोली,
इसने ही तो कूक-कूककर
आमों में मिश्री घोली।
कोयल! कोयल! सच बतलाना
क्या संदेसा लायी हो,
बहुत दिनों के बाद आज...
आज़ादी के बाद
अगर विभेद ऊँच-नीच का रहा
अछूत-छूत भेद जाति ने सहा
किया मनुष्य औ’ मनुष्य में फ़रक़
स्वदेश की कटी नहीं कुहेलिका।
अगर चला फ़साद शंख-गाय का
फ़साद सम्प्रदाय-सम्प्रदाय का
उलट न...
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा,
झण्डा ऊँचा रहे हमारा।
सदा शक्ति बरसाने वाला
प्रेम सुधा सरसाने वाला
वीरों को हर्षाने वाला
मातृ-भूमि का तन-मन सारा
झण्डा ऊँचा रहे हमारा।
स्वतंत्रता के भीषण...
ख़्वाबों के ब्योपारी
हम ख़्वाबों के ब्योपारी थे
पर इसमें हुआ नुक़सान बड़ा
कुछ बख़्त में ढेरों कालक थी
कुछ अब के ग़ज़ब का काल पड़ा
हम राख लिए हैं झोली...
अरे कहीं देखा है तुमने
अरे कहीं देखा है तुमने
मुझे प्यार करने वालों को?
मेरी आँखों में आकर फिर
आँसू बन ढरने वालों को?
सूने नभ में आग जलाकर
यह सुवर्ण-सा हृदय गलाकर
जीवन-संध्या...
चंदन गंध
चंदन है तो महकेगा ही
आग में हो या आँचल में
छिप न सकेगा रंग प्यार का
चाहे लाख छिपाओ तुम,
कहने वाले सब कह देंगे
कितना ही भरमाओ...
चलो हम दोनों चलें वहाँ
भरे जंगल के बीचो बीच
न कोई आया गया जहाँ,
चलो हम दोनों चलें वहाँ।
जहाँ दिन-भर महुआ पर झूल
रात को चू पड़ते हैं फूल,
बाँस के झुरमुट...
आभार
जिस जिससे पथ पर स्नेह मिला
उस उस राही को धन्यवाद।
जीवन अस्थिर अनजाने ही
हो जाता पथ पर मेल कहीं,
सीमित पग-डग, लम्बी मंज़िल
तय कर लेना कुछ...
हमने चलती चक्की देखी
हमने चलती चक्की देखी
हमने सब कुछ पिसते देखा
हमने चूल्हे बुझते देखे
हमने सब कुछ जलते देखा
हमने देखी पीर पराई
हमने देखी फटी बिवाई
हमने सब कुछ रखा...
काट के अपने पर जाते हैं
काट के अपने पर जाते हैं
पंछी अब चलकर जाते हैं
बन के क़ाबिल, अपने-अपने
घर से हो बेघर जाते हैं
मौत पे किसकी ये रोज़ाना
लटके-लटके सर जाते...
हिज्र
ये लफ़्ज़ उसी मौसम का है
जब तुम हम रोया करते थे
अपने अपने आसमानों में
जब तारे सोया करते थे
और गर्दिश चन्दा मामा की
कुछ ज़र्रे करते...