Tag: Patience
रुको बच्चो
रुको बच्चो, रुको!
सड़क पार करने से पहले रुकोतेज रफ़्तार से जाती इन गाड़ियों को गुज़र जाने दोवो जो सर्र से जाती सफ़ेद कार में...
क्षणिकाएँ
Poems: Harshita Panchariya
सहनशीलता
उबलते हुए दूध पर
ज़रा सी
फूँक मारकर
खौलने से
बचाने वाली
औरतें
अक्सर बचा लेती है
स्त्री जाति
का सर्वोत्तम गहना।
नव-सृजन
सभ्यता के
विकास की
शृंखला में
एक दिन
संसार की
समस्त स्त्रियों को
भाषा में
परिवर्तित...
समझ
'Samajh', a poem by Anurag Tiwariमैंने तुम्हें बड़ी बेतरतीबी से पढ़ा
एकदम हड़बड़ी में
किसी दिलचस्प किताब को
जल्दी पढ़ने के लालच में होने की तरह,
मैं बहुत...