Tag: Rag Ranjan
उसने मुझे पीला रंग सिखाया
उसने मुझे पीला रंग सिखायाऔर मुझे दिखायी दिए जीवन के धूसर रंगों के बीचोबीच
रू ब रू दो दहकते हुए पीले सूर्यमुखी
एक से दूसरे के...
बेटिकट
एक ट्रेन का सपना देखता हूँ मैं
जो अतीत के किसी स्टेशन से छूटती है
और बेतहाशा चलती चली जाती है
समय की किसी अज्ञात दिशा मेंमैं सवार...
खुलती रस्सियों के सपने
लम्बी फ़ुर्सत की तलाश में
नया कहने, सुनने, गुनने की कैफ़ियत
जाती रहती हैज़ुबान बंजर होती जाती है, साँस सँकरी
वक़्त की अदृश्य रस्सियाँ
पैरों को जकड़ती हुई
धीरे-धीरे गर्दन तक...