Tag: Ramkumar Verma
मौन करुणा
मैं तुम्हारी मौन करुणा का सहारा चाहता हूँ।
जानता हूँ इस जगत में फूल की है आयु कितनी
और यौवन की उभरती साँस में है वायु...
फूलवाली
फूल सी हो फूलवाली!
किस सुमन की साँस तुमने
आज अनजाने चुरा ली!
जब प्रभा की रेख दिनकर ने
गगन के बीच खींची,
तब तुम्हीं ने भर मधुर मुस्कान
कलियाँ सरस...