Tag: Shiva
एक दिन करेंगे बात केवल प्यार की
एक दिन करेंगे बात केवल प्यार की!
तुम कहोगे—रुको
तो मैं नहीं दिलाऊँगी याद
कि आठ बज गये हैं
चाँद चढ़ गया है
लौट जाओ घर तुम
कि तुम्हारे होने...
एक लड़की को देखा तो कैसा लगा?
दो लोग एक दूसरे के प्यार में पड़ते हैं, इस राह में उनके सामने कुछ कठिनाइयाँ आती हैं, मगर आखिरकार वे उन कठिनाइयों को...
शुद्धिकरण
मेरे बचपन के दोस्त, मेरे प्यारे दोस्त
मेरे टिफ़िन को छीन, जीभ से चाट जाने वाले दोस्त
मेरे अग्रज, मेरे भाई
मेरे हर मौन विलाप को भाँप जाने...
दो दुनिया का फासला
"सुबह के पौने ग्यारह बजे रोड-रैश खेलते हुए आता विक्रम ऑटो पकड़ती हूँ और ड्राइवर सीट के पिछले हिस्से से सटी सीट पर टिक जाती हूँ। टिकना यहाँ उपयुक्त शब्द है क्योंकि ग़ाज़ियाबाद के ऑटो में 'बैठने' की लक्ज़री तो किस्मत वालों को मिलती है। बहरहाल, आधा ध्यान घड़ी की सुई पर है और आधा सामने लगे लाल-हरी चोली का एक सिरा मुँह में दबाये लड़की के चित्र पर। नीचे लिखा है - 'सिर्फ तुम'।"
वैक्यूम
धरती के नीचे थोड़ा जीवन बाकी है
आकाश के ऊपर बची है थोड़ी उम्मीद
मगर इन दोनों के बीच बन चुका है
एक वैक्यूम
एक बड़ा शून्य
जिसमें बहुत...
‘लस्ट स्टोरीज’: ‘प्रेम’ इज़ नो मोर अ हीरो, ‘लस्ट’ इज़!
भारतीय सिनेमा में प्रेम हमेशा से एक हीरो रहा है और वासना एक विलन। कोई हीरो वासना के वशीभूत होकर कोई काम करता नहीं...
ग्लोबल वॉर्मिंग
मेरे दिल की सतह पर टार जम गया है
साँस खींचती हूँ
तो खिंची चली आती है
कई टूटे तारों की राख
जाने कितने अरमान निगल गयी हूँ
साँस...
अब माँ शान्त है
मुझे लोगों पर बहुत प्यार आया
ज़रा संकोच न हुआ
मैंने प्यार बरसा दिया
अब मन शान्त है
मुझे लोगों पर बहुत ग़ुस्सा आया
ज़रा संकोच हुआ
मैंने माँ पर उतार दिया
अब...
झूठ बोलिए, सच बोलिए, खचाखच बोलिए
बोलिए
बोलना ज़रूरी है
सुनना, पढ़ना, समझना मूर्खों के लिए छोड़ दीजिए
सत्ता की शय से बोलिए
चढ़ गयी मय से बोलिए
'फ्रीडम ऑफ स्पीच' के लिए बोलिए
'अधिकतम आउटरीच'...
चित्रलेखा
"जब भी मैं अलगाव की कोई भी बात पढ़ती हूँ तो उद्विग्न हो जाती हूँ। उस व्यक्ति से घृणा होने लगती है जिसने अलग होने की भूमि तैयार की है जबकि ऐसा आवश्यक नहीं कि वह गलत हो।"