Tag: Shrilal Shukla
दो आदमी पुराने
कुछ दिन हुए, रामानंदजी और राकेशजी अपने-अपने पेशे से रिटायर होकर सिविल लाइंस में बस गए थे। अपने यहाँ का चलन है कि रिटायर...
श्रीलाल शुक्ल – ‘राग दरबारी’
श्रीलाल शुक्ल के उपन्यास 'राग दरबारी' से उद्धरण | Quotes by Shrilal Shukla from 'Rag Darbari'
"भागो, भागो, भागो। यथार्थ तुम्हारा पीछा कर रहा है।"
"लेक्चर...