Tag: Slavery
ग़ुलामी
इन दिनों कोई किसी को अपना दुःख नहीं बताता
हर कोई कुछ छिपाता हुआ दिखता है
दुःख की छोटी-सी कोठरी में कोई रहना नहीं चाहता
कोई अपने अकेलेपन...
राम दयाल मुण्डा की कविताएँ
उनींद
नदी की बाँहों में पड़ा पहाड़
सो रहा है
और
पूछे-अनपूछे प्रश्नों के जवाब
बड़बड़ा रहा है।
अनमेल
लोगों के कहने से
कह तो दिया कि साथ बहेंगे
पर मन नहीं मिल...