Tag: Talking to Neruda’s Questions in Hindi
नेरूदा के सवालों से बातें – IV
अनुवाद: पुनीत कुसुम
स्वर्ग में, एक गिरिजाघर है हर एक उम्मीद के लिए
और हर उस उम्मीद के लिए जो अधूरी रही, एक गिरिजाघर है
शार्क नहीं करती...
नेरूदा के सवालों से बातें – III
अनुवाद: पुनीत कुसुम
मैं बताती हूँ, न ही गुलाब नग्न है, न पहने हैं कपड़े गुलाब ने
लेकिन केवल इंसान का दिल ही कर सकता है...
नेरूदा के सवालों से बातें
अनुवाद: पुनीत कुसुम
नेरूदा के सवालों से बातें - III
नेरूदा के सवालों से बातें - IV