Tag: Touch
हाथ
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यह सुख भी असह्य हो जाएगा
यह पूरे संसार का
जैसे एक फूल में सिमटकर
हाथ में आ जाना
यह एक तिनके का उड़ना
घोंसले का सपना बनकर
आकाश में
यह...
सृष्टि का पहला क्षण
मैंने दीवार को छुआ—वह दीवार ही रही। मौक़ा
देखकर हिफ़ाज़त करती या रुकावट बनती।
मैंने पेड़ को छुआ—वह पेड़ ही रहा। एक दिन
ठूँठ बन जाने की...
अवहेलना
सृष्टि की अनछुई देह पर
पहला प्रेम स्पर्श 'मौन' का था
जो भाषा से असहमत था
फिर भी आदम और हव्वा-
जिन्हें शाब्दिक स्पर्श की कोई अनुभूति नहीं...
प्रेम की भाषा
आँखों की अभिव्यक्ति
संसार की श्रेष्ठतम अभिव्यक्ति है,
आलिंगन संसार की सर्वोत्तम
चिकित्सा पद्धति है,
स्पर्श से बेहतरीन कोई
अनुवाद नहीं,
चुम्बन से उच्चतर कोई
अनुभूति नहीं।
प्रेम की अभिव्यक्ति
दो आत्माओं के...
स्पर्श का तरीक़ा
रास्तों को बहुत दूर से नहीं देखना चाहिए
संकरे नज़र आते हैं
चीज़ों को भी नहीं, छोटी हो जाती हैं
आदमी को परखना हो
तब तो बहुत पास...
देह छू ली कि आत्मा
'Deh Chhoo Li Ki Aatma', a poem by Rupam Mishra
जाने कैसी-कैसी स्त्रियाँ हैं
जिनकी दीठि मुझ पर है!
जो औचक आकर मुझे छू लेती हैं
मैं गिनगिना...
स्पर्श
'Sparsh', poems by Shweta Rai
1
पूस की तिमिर नीरव निशा में,
जलते दीये से मिलती ऊष्मा जैसा था तुम्हारा स्पर्श
जिसकी गर्माहट
आज भी घेरे हुए है मुझे
मौसम...