Tag: इंतज़ार

Old woman

अपूर्ण प्रतीक्षा

“विदेश से आने में लाखों रुपये का खर्च पड़ता है सो मैं ही मना कर देती हूँ। क्या ज़रूरत है फालतू पैसे बर्बाद करने की। मैं सही सलामत हूँ ही और इनकी पेंशन से मेरा काम आराम से चल जाता है, पर बच्चे भी इतने ज़िद्दी ठहरे कि बिना पैसे भेजे मानते ही नहीं।”
Rahul Boyal

प्रतीक्षा और प्रतिफल

'Prateeksha Aur Pratiphal', a poem by Rahul Boyal हम हँसने के तमाम मौक़ों से चूकते गये ये जानते हुए कि हँसना झुर्रियों से लड़ना है। या तो...

इंतज़ार

एक ज़माना गुज़र गया जाते-जाते कह गया चाँदी उतर आई है बालों पर थक गई होगी, बुन क्यों नहीं लेती ख्यालों की चारपाई? सुस्ता ले ज़रा ख्वाबों की चादर ओढ़ कुनकुनी...
Waiting, Train, Girl, Window, Thinking, Alone, Lonely

अपने अपने प्रिय

"एक दिन इजाज़त मिली सबको अपना प्रिय चुनने की..." प्रेम ने क्या चुना?
Man standing near waterbody, river, ocean, sea

कितना वक़्त लगाया तुमने आने में

कितना वक़्त लगाया तूने आने में उलझे मन के धागों को सुलझाने में कुछ छोटी सी बातों को ठुकराने में एक ज़रा सी बात पे रूठे इस...
Kunwar Narayan

सूर्योदय की प्रतीक्षा में

वे सूर्योदय की प्रतीक्षा में पश्चिम की ओर मुॅंह करके खड़े थे दूसरे दिन जब सूर्योदय हुआ तब भी वे पश्चिम की ओर मुॅंह करके खड़े थे जबकि सही दिशा-संकेत...
कॉपी नहीं, शेयर करें! ;)