‘Wo Abhi Sirf Doodh Peeta Bachcha Hai’, a poem by Deepak Kumar

पहले आँखों में काजल लगाया गया
फिर माथे पर कुमकुम
उसके मासूम होंठो पर
ज़बरदस्ती मल दी गयी लिपस्टिक

एक चमकीले साफ़े के साथ
माथे पर बाँधा गया
मयूर पंख

चाइना फ़ोन के कैमरे से
खींची गई
एक डरावनी तस्वीर

फेसबुक पर डालते ही
‘जय श्री कृष्ण’ शब्दों की बाढ़ आ गई
कॉमेंट बॉक्स में

मैंने भी देखी तस्वीर
और कॉमेंट भी किया-
‘वो अभी सिर्फ़ दूध पीता बच्चा है…!’

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दीपक सिंह
कवि और लेखक। विभिन्न प्लेटफॉर्म पर कविताएँ एवं लघु प्रेम कहानियाँ प्रकाशित। बिहार के कोसी प्रभावित गाँवों में सामाजिक और आर्थिक रूप से शोषित लोगों के लिए अपनी सेवा में कार्यरत।

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