डाॅ. कपिल पंवार,
जन्म स्थान- गंगोत्री धाम क्षेत्र, उतरकाशी, उतराखंड राज्य।
शैक्षिक योग्यता- एम0ए0 हिंदी, एम0ए0 पत्रकारिता, राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा उतीर्ण,पीएचडी हिंदी ।
अनुभव- पत्रकारिता करते हुए एक दशक से लेखन कार्य ।
हम पृथ्वी की शुरुआत से स्त्री हैं
सरकारें बदलती रहीं
तख़्त पलटते रहे
हम स्त्री रहे
विचारक आए
विचारक गए
हम स्त्री रहे
सैंकड़ों सावन आए
अपने साथ हर दूषित चीज़ बहा...
अनुवाद: पंखुरी सिन्हा
युद्ध के बाद ज़िन्दगी
कुछ चीज़ें कभी नहीं बदलतीं
बग़ीचे की झाड़ियाँ
हिलाती हैं अपनी दाढ़ियाँ
बहस करते दार्शनिकों की तरह
जबकि पैशन फ़्रूट की नारंगी
मुठ्ठियाँ जा...
जयशंकर प्रसाद के जीवन पर केंद्रित उपन्यास 'कंथा' का साहित्यिक-जगत में व्यापक स्वागत हुआ है। लेखक श्यामबिहारी श्यामल से उपन्यास की रचना-प्रकिया, प्रसाद जी...