मुझसे मत तुम पूछना
मैं कौन हूँ
हाँ सलाम दुआ
करते रहो
सबसे मिलो
हँस के मिलो
पर ये मत सोचना
इन कुछ दिनों के बाद
जब निकलने का यहाँ से वक़्त
होगा, क्या बनेगी।
इसपर कभी मत
मुतावज्जे होना
क्या यही वो ज़िन्दगी थी
जिसके लिए
थे बनाए गए..
मुझसे मत तुम पूछना
मैं कौन हूँ
हाँ सलाम दुआ
करते रहो
सबसे मिलो
हँस के मिलो
पर ये मत सोचना
इन कुछ दिनों के बाद
जब निकलने का यहाँ से वक़्त
होगा, क्या बनेगी।
इसपर कभी मत
मुतावज्जे होना
क्या यही वो ज़िन्दगी थी
जिसके लिए
थे बनाए गए..