Tag: Dictator
क्या तानाशाह जानते हैं
क्या तानाशाह जानते हैं
कि मुसोलिनी के
ज़हर उगलने वाले मुँह में
डाला गया था मरा हुआ चूहा
एक औरत ने सरेआम स्कर्ट उठाकर
मूत दिया था मुसोलिनी के मुँह पर
लटकाया...
सुनो तानाशाह!
सुनो तानाशाह!
एक दिन चला जाऊँगा
एक नियत दिन
जो कई वर्षों से मेरी प्रतीक्षा में बैठा है
मेरी जिजीविषा का एक दिन
जिसका मुझे इल्म तक नहीं है—
क्या...
तानाशाह
'Tanashah', a poem by Nirmal Gupt
1
तानाशाह की नाक के ठीक नीचे
अदृश्य तितली फड़फड़ाती है
वह जाने कैसे छुपाए रहा
शाश्वत प्यार और
अंतस में खिलने को आतुर
मकरंद भरा गुलाब।
2
तानाशाह
विध्वंस...