Tag: Humorous nazm

Dilawar Figar

कराची की बस

बस में लटक रहा था कोई हार की तरह कोई पड़ा था साया-ए-दीवार की तरह सहमा हुआ था कोई गुनाहगार की तरह कोई फँसा था मुर्ग़-ए-गिरफ़्तार की...
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