Tag: Kaif Bhopali
कुटिया में कौन आएगा इस तीरगी के साथ
कुटिया में कौन आएगा इस तीरगी के साथ
अब ये किवाड़ बंद करो ख़ामुशी के साथ
साया है कम खजूर के ऊँचे दरख़्त का
उम्मीद बाँधिए न...
तेरा चेहरा कितना सुहाना लगता है
तेरा चेहरा कितना सुहाना लगता है
तेरे आगे चाँद पुराना लगता है
तिरछे-तिरछे तीर नज़र के लगते हैं
सीधा-सीधा दिल पे निशाना लगता है
आग का क्या है,...
ये दाढ़ियाँ, ये तिलक-धारियाँ नहीं चलतीं
ये दाढ़ियाँ, ये तिलक धारियाँ नहीं चलतीं
हमारे अहद में मक्कारियाँ नहीं चलतीं
क़बीले वालों के दिल जोड़िए मेरे सरदार
सरों को काट के सरदारियाँ नहीं चलतीं
बुरा...