Tag: Neelabh
जहाँ मैं साँस ले रहा हूँ अभी
जहाँ मैं साँस ले रहा हूँ अभी
वहाँ से बहुत कुछ ओझल है
ओझल है हत्यारों की माँद
ओझल है संसद के नीचे जमा होते
किसानों के ख़ून...
अन्तिम प्रहर
है वही अन्तिम प्रहर
सोयी हुई हैं हरकतें
इन खनखनाती बेड़ियों में लिपटकर
है वही अन्तिम प्रहर
है वही मेरे हृदय में एक चुप-सी
कान में आहट किसी की
थरथराती...
सिर्फ़ उसी पर लिखो
वे कहते हैं—
सिर्फ़ उसी पर लिखो
जिसे तुमने ख़ुद देखा है
ख़ुद महसूस किया है
जिसे तुम ख़ुद अपने अनुभव से जानते हो
जिसे तुमने ख़ुद जिया है।
इसलिए,...
इस दौर में
हत्यारे और भी नफ़ीस होते जाते हैं
मारे जाने वाले और भी दयनीय
वह युग नहीं रहा जब बन्दी कहता था
वैसा ही सुलूक़ करो मेरे साथ
जैसा करता है...
यह ऐसा समय है
यह ऐसा समय है
जब बड़े-से-बड़े सच के बारे में
बड़े-से-बड़ा झूठ बोलना सम्भव है
सम्भव है अपने हक़ की माँग बुलन्द करने वालों को
देश और जनता...
कवि-पत्नियाँ
सबसे आख़िर में आता है उनका नाम
कवियों की स्मृतियों में।
समर्पित हो चुकी होती हैं अनेक कविता-पुस्तकें
मित्रों, प्रेमिकाओं, आलोचकों, कृपालु अग्रजों
और शुभाकाँक्षी संरक्षकों को
तब आती है...