Tag: Poems

Abstract, Heart, Mind, Dream

मन के पार

'Man Ke Paar', a poem by Preeti Karn श्रेष्ठतम कविता लिखना उस वक़्त सम्भव हुआ होगा जब खाई को पाटने के लिए नहीं बची रही होगी कच्ची मिट्टी की ढेर। ऊँचे टीलों की...
Book, Flower, Heart, Love

तीनों किसी का चित्त मोहने के लिए पर्याप्त हैं

तुम मेरे हिस्से में किसी कहानी के उदास प्रेमी के किरदार की तरह रहे जिसका प्रेम कभी दिखा ही नहीं दिखी तो बस कर्मठता पूरी निष्ठा...
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