Tag: Poetry is now useless

Kirti Chaudhary

कविताई काम नहीं आती

अब कविताई अपनी कुछ काम नहीं आती मन की पीड़ा, झर-झर शब्दों में झरती थी है याद मुझे जब पंक्ति एक हलचल अशान्ति सब हरती थी यह क्या से क्या...
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