Tag: Razia Sajjad Zaheer

Woman Abstract

नीच

"हाँ वो क्यों नहीं करेंगे, नीच जात जो ठहरे!" ये वाक्य हमारे रोज़मर्रा के जीवन में आज भी सुनने को मिलते हैं.. जो हमसे हमारी तथाकथित जाति में नीचे हैं, उनसे हमें किसी भी सलीके के काम की उम्मीद नहीं होती.. हम उनकी प्रगति और अच्छे व्यवहार को देखते हैं लेकिन फिर भी यह वाक्य कहने का मौका ढूँढते रहते हैं.. सुल्ताना और शामली की यह कहानी भी हमारी सोच के इसी उतार-चढ़ाव की कहानी है.. पढ़िए!
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