Tag: Satish Chaubey
कारट के फूल
कारट के फूल
वहाँ गिरते तो होंगे ना।
शाम की सलामी का बिगुल
मर गए किसी सोल्जर की याद दिलाता
बजता तो होगा वहाँ।
मेहंदी की डालें
कट तो चुकी...
नई बदली के इश्तिहार
गर्मी में अचानक नम हो गए
मौसम के लचीले काग़ज़ पर
अगली नई बदली के इश्तहार निकलेंगे
कर्क की दिशा में बढ़ते सूरज के दिनों
वर्षा के आगामी...
लाल खपरों पर का चाँद
वहाँ लाल खपरों के ऊपर चंदा चढ़ आया रे!
आज टेकड़ी के सीने पर दूध बिखर जाएगा
आज बड़ी बेडौल सड़क पर रूप निखर आएगा
आज बहुत...
रोशन हाथों की दस्तकें
प्राची की साँझ
और पश्चिम की रात
इनकी वयःसंधि का
जश्न है आज
मज़ारों पर चिराग बालने वाले हाथ
(जो शायद किसी रुह के ही हों)
ठहर जाएँ।
नदियों पर दिये बहाने...