Tag: Shashi Shekhar Shukla
कविता से दोस्ती
बहुत तन्हा रहता हूँ आजकल
बस बीच-बीच में कुछ कवितायें मिलनें आती हैं
बहुत दूर-दूर से, कभी-कभी सरहदों के पार से
कभी अकेले तो कभी अनुवादकों का...
बेरोज़गार ज़िन्दगी
मैं एक लम्बी कविता लिखूँगा मेरे दोस्त
इस कविता में मैं तुमसे सवाल करूंगा
ज़िन्दगी के बारें में
और बताऊँगा... मैंने ज़िन्दगी को कितना समझा
मैं प्रश्न करूंगा
इस...