Tag: Shubhanshu Shukla

मुमकिन है!

तुम किसी रोज़ सफर पर निकलो कुछ पाने के बहाने, और वो वहीं अहाते में पड़ा हो पर नज़र ना आए। मुमकिन है। मुमकिन है, जैसा कि मर्फी का सिद्धांत...
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