मधु कांकरिया के उद्धरण | Madhu Kankariya Quotes
“अपराधबोध आसमान में उड़ती वह काली चील होती है जो आपके ज़रा-सा ख़ाली होते ही झपट्टा मार दबोच लेती है आपको।”
“कोई स्मृति ज़िन्दगी से बड़ी नहीं होती। और न ही कोई सोच।”
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