Tag: Bodhivriksh

Buddha

बुद्ध बन जाना तुम

कुछ अल्ड़ह सा, ऊँघता हिलोरे लेता हुआ तुम्हारे ख्वाबों का उन्माद बड़ा जिद्दी है। बन जाना चाहता है रूह का लिबास। कमरे में छोड़ी तुम्हारी अशेष खामोशी ढूँढ रही है कोना, खुद को...
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